गोंडा, । जिला अस्पताल में मंगलवार की देर रात इमरजेंसी में आए एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद मृतक के स्वजन ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान परिजनों ने चिकित्सक और स्टाफ की पिटाई भी कर दी। वहीं अस्पताल में तोड़फोड़ की। किसी तरह कर्मचारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति संभाली। अस्पताल प्रशासन ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट सीएमओ व अपर निदेशक स्वास्थ्य को भेजी है।नगर कोतवाली के उम्मेदजोत नई सिरिया निवासी संदीप की तबीयत मंगलवार की रात को खराब होने पर स्वजन उसे बेहोशी की हालत में लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। इस दौरान जांच में पाया गया कि वह दो महीने से बीमार है। जिसका इलाज चल रहा था। मरीज का हीमोग्लोबिन मात्र 5.5 मिलीग्राम था। इमरजेंसी मेडिकल आफीसर डा. दीपक सिंह ने मरीज को देखने के बाद स्वजन को बताया कि मरीज की हालत काफी गंभीर है। भर्ती प्रपत्र पर स्वजन को लिखकर यह जानकारी भी दी गई।इमरजेंसी कक्ष में मरीज का इलाज चल ही रहा था कि पांच मिनट के भीतर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद भड़के स्वजन ने इमरजेंसी मेडिकल आफीसर के साथ ही फार्मासिस्ट राजकुमार चौधरी, ट्रेनी फार्मासिस्ट शुभम गुप्ता, सहायक विशाल व बजरंगी के साथ मारपीट शुरू कर दी। यह देख कर्मियों ने इमरजेंसी से भागकर जान बचाई। नाराज स्वजन ने इमरजेंसी कक्ष में भी तोड़फोड़ की। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पहुंचकर स्थिति संभाली। स्वास्थ्य कर्मियों की तरफ से कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई है। जिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डा. इंदूबाला ने बताया कि प्रकरण जानकारी में है। पूरे मामले की रिपोर्ट सीएमओ व अपर निदेशक स्वास्थ्य को भेजी जा रही है।
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