मौदहा हमीरपुर।आमतौर पर मई जून के महीने में क्षेत्र में पडने वाली भीषण गर्मी ने इस साल मार्च के तीसरे सप्ताह से ही अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया था जबकि अप्रैल के पहले सप्ताह में गर्मी अपने फुल शबाब पर आ गई थी।हालांकि गर्मी की शुरुआत के पहले ही कस्बे में जलसंस्थान और नगरपालिका की तैयारियों की पोल खुल गई थी जब मार्च के आखिरी सप्ताह में कस्बे में भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया था जिसे किसी तरह से काबू में कर लिया गया है लेकिन नगरपालिका की तैयारियों की पोल जरूर खुल गई है।
आमतौर पर अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होने वाली हल्की गर्मी के साथ ही नगरपालिका द्वारा कस्बे के कुछ चिंहित स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की जाती है और कस्बे के विभिन्न स्थानों पर लगे लगभग आधा दर्जन फ्रीजरो़ को भी सही करा दिया जाता था लेकिन इस बार जब अप्रैल महीने के पहले ही भीषण गर्मी आरंभ हो गई है और क्षेत्र डार्क जोन के अन्तर्गत आ गया है तो ऐसे में नगरपालिका द्वारा न तो कस्बे में प्याऊ खोले गए हैं और न ही कस्बे में लगे फ्रीजरो़ को सही कराया गया है।
बताते चलें कि नगरपालिका द्वारा मोहल्ला उपरौस इमाम चौक,रहमानिया कालेज के निकट, देवीचौराहा, तहसील के साथ ही सरकारी अस्पताल के प्रांगण में आने जाने वालों के साथ ही आमजन को शीतल जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से फ्रीजरो़ को लगाया गया था लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कस्बे में नगरपालिका द्वारा लगाए गए सभी फ्रीजर मात्र शोपीस बनकर लोगों का मुंह चिढाने का काम कर रहे हैं और आमजन को पाऊच में बंद पानी पीने के लिए मजबूर होना पड रहा है जिससे न तो आमजन की प्यास बुझती है साथ ही लोग रोगग्रस्त भी हो रहे हैं।हालांकि अभी जब अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में गर्मी अपना रौद्र रूप धारण कर चुकी है तो आने वाले दिनों में लोगों का क्या हाल होने वाला है लेकिन नगरपालिका के कार्यालय में आराम कर रहे जिम्मेदारों को नगर की समस्या से कोई सरोकार नहीं है।
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