लखनऊ / मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (कार्मिक प्रबंधक एवं प्रशासन) प्रदीप कक्कड़ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में विद्युत नियामक आयोग के एक अफसर के द्वारा अमर्यादित शब्दों के प्रहार से आहत होकर इस्तीफा दे दिया। निदेशक का अभी लगभग एक साल का सेवाकाल बाकी था। निदेशक के इस्तीफे को प्रमुख सचिव (ऊर्जा) एवं यूपी पॉवर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज ने सशर्त मंजूर करके आदेश जारी कर दिया है।प्रदीप कक्कड़ निदेशक पद पर दो सितंबर तक कार्य करेंगे। यानी उनका इस्तीफा तीन सितंबर से स्वीकार माना जाएगा। प्रदीप कक्कड़ फरवरी 2018 में अधीक्षण अभियंता के पद से प्रमोशन पाने के बाद बतौर मुख्य अभियंता मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में जॉइन किया था। तत्कालीन प्रबंध निदेशक एसपी पांडेय ने उनको लेसा ट्रांस गोमती का मुख्य अभियंता बनाया था। लगभग तीन साल तक मुख्य अभियंता के पद पर काबिज रहे और निदेशक पद पर चयन होने के बाद जनवरी 2021 में कार्यभार ग्रहण किया। प्रदीप कक्कड़ ने लगभग एक साल तक निदेशक (वितरण) एवं (वाणिज्य) पदों की जिम्मेदारियों को निभाया। बहुखंडीय इमारतों में मल्टी पॉइंट पर बिजली कनेक्शन देने को लेकर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में आयोग के अफसर ने अमर्यादित शब्दों का प्रहार करके अपमानित किया। इससे क्षुब्ध होकर प्रदीप कक्कड़ ने एक हफ्ते पहले इस्तीफा भेज दिया था। निदेशक का जून 2023 तक सेवाकाल था।
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